Hanuman Temple: राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी मंदिर पर भक्तों की है अपार आस्था, यहां चढ़ाया प्रसाद घर नहीं लाते भक्त
Mehandipur Balaji Temple Rajasthan: भारत के प्रमुख हनुमान मंदिरों में मेहंदीपुर बालाजी का मंदिर बहुत ही महत्वपूर्ण है. यहां पर भक्तों की अपार भीड़ होती है. यहां का प्रसाद घर नहीं लाते हैं.
Hanuman Mandir, Mehandipur Balaji Temple Rajasthan: भारत में भगवान हनुमान जी के अनेकों प्रमुख मंदिर हैं. इन्हीं प्रमुख मंदिरों में से एक विश्व प्रसिद्द मंदिर मेहंदीपुर बालाजी का मंदिर है. धार्मिक मान्यता है कि मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में दिव्य शक्ति का वास है. इस मन्दिर में मंगलवार और शनिवार को विधि-विधान से पूजा की जाती है. इस मन्दिर में भक्तों की अपार भीड़ होती है. लोग बहुत दूर-दूर से भगवान हनुमान जी का दर्शन करने आते हैं और अपनी मन्नतें पूरी होने के लिए भगवान के समक्ष अनुनय विनय करते हैं. भगवान भी अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं. कहा जाता है कि इस मंदिर में जो प्रसाद भगवान हनुमान जी को चढ़ाया जाता है, उसे घर नहीं ले जाया जाता है.
हिंदू धर्म में भगवान हनुमान जी को शक्ति का प्रतीक माना जाता है. ये ऐसे देवता हैं जिनका मंदिर अक्सर हर स्थानों पर मिल जाता है. हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, कलियुग में सबसे ज्यादा भगवान शंकर के ग्यारहवें रुद्र अवतार श्रीहनुमानजी की ही पूजा की जाती है. इसीलिए, हनुमानजी को कलियुग का जीवंत देवता कहा जाता है.
बालाजी हनुमान मंदिर, मेहंदीपुर (राजस्थान)
बालाजी हनुमान मंदिर मेहंदीपुर में स्थित है. मेहंदीपुर राजस्थान के दौसा जिले के पास दो पहाडिय़ों के बीच बसा हुआ है. यह मंदिर जयपुर-बांदीकुई-बस मार्ग पर जयपुर से करीब 65 किलोमीटर दूर स्थित है. कहा जाता है कि यह मंदिर करीब 1 हजार वर्ष पुराना है. मान्यता है कि यहां की चट्टान पर हनुमान जी की आकृति खुद ही उभर आई थी. इस आकृति को ही हनुमान जी का रूप माना गया.
यहां पर जागृत अवस्था में विराजते हनुमान जी
मेहंदीपुर बालाजी हनुमान मंदिर भगवान के दस प्रमुख सिद्दपीठों में गिना जाता है. कहा जाता है कि इस स्थान पर हनुमान जी जागृत अवस्था में विराजते हैं. यह भी मान्यता है कि अगर किसी भक्त पर भूत-प्रेत का साया हो तो इस मन्दिर में आने से यह दूर हो जाता है.