पहली बार देखा की इंसान का दिमाग ऑक्सीज़न कैसे लेता ह ?मस्तिष्क में ऑक्सीजन की गति को मापने में मदद मिल सकती है नई तकनीक
ये निष्कर्ष समझने में मदद कर सकते हैं कि ऑक्सीजन मस्तिष्क में कैसे यात्रा करती है। यह अवसाद जैसी समस्याओं को बेहतर ढंग से समझने और उनका इलाज करने के नए द्वार खोल सकता है। मौजूदा ऑक्सीजन मॉनिटरिंग तकनीकें मस्तिष्क के एक छोटे हिस्से के बारे में जानकारी प्रदान करती हैं। मानव मस्तिष्क पूरी तरह से उस ऊर्जा पर काम करता है जो एक प्रकार के चयापचय द्वारा उत्पन्न होती है जिसके लिए ऑक्सीजन आवश्यक है, हालांकि, यह कैसे मस्तिष्क में वितरित होती है, यह अब तक एक रहस्य था।
शोधकर्ताओं ने अब पहली बार एक बायोल्यूमिनेसेंस इमेजिंग तकनीक विकसित की है, जो मस्तिष्क में ऑक्सीजन की गति का नक्शा बनाती है। इस तकनीक का परीक्षण चूहों के मस्तिष्क पर किया गया है।
चूहे मानवों के बीमारियों और विकारों का अध्ययन करने के लिए मूल्यवान मॉडल होते हैं, क्योंकि उनकी आनुवांशिक रचना का महत्वपूर्ण हिस्सा मानवों के साथ मिलता है।
माइकेन नेडरगार्ड के अनुसार: नए अनुसंधान में मस्तिष्क में ऑक्सीजन की गतिशीलता का निर्धारण करने की संभावनाएं
ये निष्कर्ष मस्तिष्क में ऑक्सीजन की यात्रा को समझने में मदद कर सकते हैं और हाइपॉक्सिया जैसी समस्याओं को बेहतर समझने और इलाज करने के नए रास्ते खोल सकते हैं, जो शरीर की ऊतकों तक पहुंचने वाले ऑक्सीजन की मात्रा में कमी के लक्षणों से चरित्रित होती है।