Off-Page SEO क्या है? यह कैसे काम करता है?

On

 On-Page SEO (On-Site SEO) के बारे में बात की थी। और विस्तार से जाना था कि ऑन-पेज एसईओ क्या है? यह कैसे काम करता है? और एक ब्लॉग या वेबसाइट के लिए ऑन-पेज एसईओ का क्या महत्व है? साथ ही यह भी जाना था कि एक वेबसाइट का कंपलीट ऑन-पेज एसईओ कैसे किया जाता है? आज इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए हम SEO के दूसरे प्रकार यानि कि Off-Page SEO (Off-Site SEO) के बारे में बात करेंगे। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि Off-Page SEO Kya Hai? यह कैसे काम करता है? इसके कौन-कौनसे Elements हैं? उन्हें किस तरह Optimize किया जाता है? और एक Blog अथवा Website का Complete Off-Page SEO कैसे किया जाता है?

अगर आप Off-Page SEO या Off-Site SEO के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं! तो यह आर्टिकल खास आपके लिए है, इसे पूरा पढ़िए। मैं गारंटी देता हूंँ कि इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपके मन में ऑफ-पेज एसईओ से रिलेटेड कोई भी सवाल नहीं रहेगा। आप Off-Page SEO के एक-एक Element से परिचित हो जाऐंगे। और अपनी वेबसाइट का Complete Off-Page Optimization कर पाऐंगे।

Read More On-Page SEO क्या है? ऑन-पेज एसईओ कैसे करें?

Off-Page SEO

ऑफ-पेज एसईओ, Search Engine Optimization की एक महत्वपूर्ण रणनीति है। हालांकि यह एक धीमी और समय लेने वाली प्रक्रिया है लेकिन Ranking के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसीलिए बतौर एक Blogger आपको On-Page SEO के साथ-साथ Off-Page Optimization पर भी खास ध्यान देना चाहिए। वैसे आपको बता दूँ कि किसी Page के लिए ढ़ेर सारी Backlinks बनाना Off Page SEO नहीं होता।

Read More Off-page seo क्या हैं, जाने 2024 मैं ऑफ पेज SEO की 15 टेक्निक्स ?

ऑफ-पेज एसईओ एक बहुत ही बड़ा और विस्तृत विषय है। जिसमें Link Building एक महत्वपूर्ण टॉपिक है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि ही किसी पेज के लिए ढ़ेर सारी बैकलिंक्स बनाते ही वह Top पर Rank करने लगेगा। या Backlink नहीं बनाने पर Rank ही नहीं करेगा।

Read More रेलवे इंजन का अविष्कार किसने किया था?

क्योंकि गूगल ने Officially कभी नहीं कहा कि आपके पेज को रैंक कराने के लिए Backlinks बनाना जरूरी है। गूगल के अनुसार, Backlinks केवल दूसरी वेबसाइट्स पर मौजूद वे References हैं, जो आपकी वेबसाइट की तरफ इशारा (Point) करते हैं। यानि कि Search Engines को यह बताते हैं कि दूसरी वेबसाइट्स, आपकी वेबसाइट के बारे में क्या सोचती हैं?

क्योंकि लोग केवल अपनी पसंदीदा सामग्री का ही Reference देते हैं। जैसे कि ईंट भट्टा व्यवसाय में, जब आपकी ईटें सस्ती और उच्च Quality की होती हैं! तो आपको अपने ग्राहकों से ही कई सारे Referrals मिल जाते हैं। बिल्कुल इसी तरह Backlinks काम करती हैं। 

लेकिन जैसा कि मैंने कहा, सिर्फ Backlinks बनाना ऑफ-पेज एसईओ नहीं है। ऑफ-पेज एसईओ इससे कहीं अधिक और व्यापक है। लेकिन सवाल यह है कि ऑफ-पेज है क्या? What is off-Page SEO? और यह कैसे काम करता है? साथ ही मुख्य Off-Page SEO Factors कौन-कौनसे हैं? और एक Blog अथवा Website का कंपलीट Off Page SEO (Off-Page Search Engine Optimization) कैसे किया जाता है? आइए, विस्तार से जानते हैं।

Off-Page SEO क्या है? 

ऑफ-पेज एसईओ, उन Techniques को संदर्भित करता है! जो आप अपनी वेबसाइट की SERP Ranking बढ़ाने के लिए दूसरी Website पर Perform करते हैं। अर्थात् जो Optimization आप अपनी वेबसाइट से बाहर (दूसरी वेबसाइट्स पर) करते हैं, वह Off Page SEO कहलाता है। जैसे कि Guest Posting, Forum Posting, Blog Commenting, Directory Submissions, Social Media Sharing आदि। Off-Page SEO दूसरी वेबसाइट्स से आपकी Website पर Traffic लाने और Trust Build करने में मदद करता है।

हालाँकि ज्यादातर लोग Off Page SEO का मतलब सिर्फ Link Building समझते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। क्योंकि कई Off-Page SEO Practices ऐसी हैं, जिनमें आप बैकलिंक्स नहीं बनाते। सिर्फ अपना Brand Name या Keyword छोड़ते हैं। और इससे आपकी वेबसाइट को एक अच्छा Reference मिलता है।

जब आप किसी ऐसे Topic पर Content लिखते हैं, जिस पर गूगल के पास काफी कम Content होता है! तो वह बिना Off Page के भी आसानी-से रैंक हो जाता है। लेकिन जब किसी टॉपिक पर काफी ज्यादा मात्रा में Content होता है, तो गूगल सबसे Best Content को रैंक करने की कोशिश करता है। और इसके लिए Quality के साथ-साथ और भी कई चीजें देखता है। जैसे कि उस पोस्ट को कहाँ-कहाँ से Reference मिल रहा है? Reference देने वाली Websites कैसी है? वगैरह-वगैरह।

On-Page Vs Off-Page

वैसे तो On-Page और Off-Page दोनों ही वेबसाइट की Ranking के लिए उत्तरदायी होते हैं। लेकिन Off Page And On Page SEO में काफी अंतर है। ऑनपेज एसईओ Search Engines को यह बताता है कि कोई वेबसाइट या पेज किस बारे में है? जबकि ऑफपेज एसईओ Website की Authority और Popularity के बारे में जानकारी देता है। यानि कि कोई वेबसाइट कितनी पॉपुलर है और उसकी Authority क्या है? यह ऑफ-पेज एसईओ का हिस्सा है।

On-Page SEO Vs Off-Page SEO में दूसरा सबसे बड़ा अंतर यह है कि On-Page Optimization वेबसाइट के भीतर होता है। जबकि Off-Page Optimization साइट के बाहर होता है। यानि कि जब आप किसी दूसरे ब्लॉग या वेबसाइट पर Guest Posting करते हैं! या कोई Comment छोड़ते हैं, तो आप Off-Page SEO कर रहे होते हैं।

इसके अलावा On Page SEO Vs Off Page SEO में तीसरा सबसे बड़ा अंतर यह है कि On-Page SEO में समय-समय पर बदलाव करते रहना पड़ता है। जबकि Off Page SEO वर्षों तक चलता है। यानि कि इसमें आप जो Backlink बनाते हैं, वह वर्षों तक बनी रहती है। जब तक कि उसे कोई हटा न दे या फिर वह पेज डिलीट न हो जाए, जिस पर बैकलिंक बनी है। इससे Google और अन्य Search Engines की नजर में वेबसाइट की Domain Rating बढ़ जाती है।

Off-Page SEO क्यों जरूरी है?

अब सवाल यह कि Off Page SEO क्यों जरूरी है? Why off-page seo is important? तो जैसा कि आप सभी जानते हैं कि Blogging की दुनिया में Content सबसे महत्वपूर्ण होता है। लेकिन कॉन्टेंट को सही लोगों तक पहुंचाना भी उतना ही जरूरी है, जितना कि कॉन्टेंट को लिखना। इसीलिए Search Engine Optimization (SEO) की जरुरत पड़ती है। हालांकि Unique और Quality Content आराम से Rank हो जाता है। लेकिन कई बार ऐसी परिस्थिति बन जाती है जब एक ही विषय पर बहुत सारे Pages होते हैं। और सब के सब Unique और Quality Content वाले होते हैं।

ऐसी स्थिति में यह तय करना मुश्किल होता है कि किस पेज को टॉप पर रैंक किया जाए? और क्यों? यानि कि किस आधार पर रैंक किया जाए? ऐसी परिस्थिति में Google और अन्य सर्च इंजन्स Content और On Page SEO के साथ-साथ Off Page SEO को भी Analyse करते हैं। यानि कि सर्च इंजन्स यह देखते हैं कि आपकी Website को कितने लोग पसंद कर रहे हैं? कितने लोग Recommend कर रहे हैं? कितनी वेबसाइट्स आपको Backlinks दे रही हैं? और उनमें से Quality Backlinks कितनी हैं? और वेबसाइट को Social Media पर कितना पसंद किया जा रहा है? वगैरह-वगैरह। 

यानि कि जब एक ही Topic पर बहुत सारा Quality Content मौजूद होता है! तो गूगल इन सभी चीजों को Analyse करता है। और इनके आधार पर Website की Rank तय करता है। इसीलिए Off-Page Search Engine Optimization बहुत जरूरी है। क्योंकि इसकी मदद से आप Domain Authority को बढ़ा सकते हैं। लेकिन Off-Page Optimization शुरू करने से पहले यह जान लीजिए :-

Off-Page SEO से पहले

एक वेबसाइट की Ranking और Authority के लिए Off Page SEO बहुत जरूरी है। लेकिन कुछ लोग इस पर ध्यान नहीं देते। वे बिना सोचे-समझे कहीं भी Backlinks बना देते हैं। जिसकी वजह से वेबसाइट की Authority को तो नुकसान होता ही है। साथ ही Spam का Score भी बढ़ जाता है। जिसकी वजह से Website को दंडित होना पड़ता है। इसीलिए Off Page SEO करते वक्त निम्न Off Page SEO Factors का खास ध्यान रखना चाहिए :-

Domain Authority

डोमेन अथोरिटी, Moz द्वारा निर्मित एक स्कोर है, जो एक वेबसाइट की Performance का आंकलन करता है। यह Off-Page SEO और खासकर Link Building के लिए एक महत्वपूर्ण Metric है। क्योंकि यह High Authority Websites को खोजने में मदद करता है। इसके लिए यह एक वेबसाइट को 1 से 100 के बीच का स्कोर देता है, जिसे DA (Domain Authority) कहा जाता है। और ज्यादा DA अच्छा माना जाता है।

Domain Authority या DA आपको यह बताता है कि जिस वेबसाइट से आप बैकलिंक लेना चाह रहे हैं! वह कितनी पुरानी और विश्वसनीय है? अगर आप कम DA वाली Website से Backlink लेते हैं। तो आपकी वेबसाइट कोई खास फायदा नहीं होता। लेकिन वहीं अगर आप एक High DA वाली Website से Backlink लेते हैं! तो न सिर्फ आपके पेज को Link Juice मिलता है। बल्कि डोमेन की अथोरिटी भी बढ़ती है। इसीलिए Backlinks बनाते वक्त Domain Authority खास खयाल रखें।

Relevancy

बैकलिंक्स बनाते वक्त Relevancy का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। क्योंकि Irrelevant Backlinks वेबसाइट को काफी नुकसान पहुंचाती हैं। वैसे Relevancy 2 स्तर की होती है। एक Niche Level की और दूसरी Topic Level की। Niche Level का मतलब है कि आप जिस वेबसाइट से बैकलिंक ले रहे हैं, उसका और आपकी वेबसाइट का Niche सेम होना चाहिए। यानि कि अगर आपकी वेबसाइट Tech Website है, तो आपको Tech Websites से ही बैकलिंक लेनी चाहिए। यह उच्च स्तर की Relevancy होती है। और इस तरह की बैकलिंक्स सबसे अच्छी और सबसे ज्यादा Relevant मानी जाती हैं।

वहीं दूसरे स्तर की Relevancy है Topic Level की Relevancy. यानि कि जिस वेबसाइट के जिस Page से आप बैकलिंक ले रहे हैं, उसका और आपके पेज का Topic सेम होना चाहिए। अगर आप दोनों स्तर की Relevancy को ध्यान में रखकर बैकलिंक्स बनायेंगे, तो आपकी बैकलिंक्स सबसे बेस्ट और High Quality Backlinks होंगी। और इससे आपकी वेबसाइट का काफी फायदा होगा।

उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि आपकी Website एक SEO Website है। और आप Youtube SEO विषय पर एक आर्टिकल लिखते हैं। इस आर्टिकल के लिए आप एक ऐसी SEO Website वेबसाइट ढूँढते हैं, जिस पर Same विषय (Youtube SEO) पर एक आर्टिकल मौजूद है। अब अगर आप इस आर्टिकल में अपने आर्टिकल का लिंक एड करने में सफल हो जाते हैं! तो यह आपकी वेबसाइट के लिए सबसे Relevant Backlink मानी जाएगी।

Site Traffic

बैकलिंक्स बनाते वक्त Site Traffic जरूर चैक करें। साथ ही यह भी देखें कि आप जिस वेबसाइट से बैकलिंक ले रहे हैं, उसका Maximum Traffic कहाँ से आ रहा हैं? अगर ज्यादातर ट्राफिक Inorganic Sources (जैसे कि Auto Click Scripts, Spam, Link Exchange आदि) से आ रहा है! तो ऐसी वेबसाइट्स को Avoid करें। क्योंकि इस तरह की Backlinks आपकी वेबसाइट नुकसान पहुंचा सकती हैं। साथ ही आपकी वेबसाइट को Blacklist में भी डाल सकती हैं।

क्योंकि यह Traffic लेने का अनुचित तरीका है। और इसके लिए Google द्वारा आपकी वेबसाइट को दण्डित किया जा सकता है। इसीलिए जब भी किसी वेबसाइट से बैकलिंक लें, उसका Traffic जरूर करें। साथ ही Traffic का Source और Quality भी चैक करें। क्योंकि Quantity से ज्यादा Quality मायने रखती है। यानि कि 1000 Inorganic Visitors से 1 Organic Visitor कहीं अच्छा होता है।

Backlink Type

बैकलिंक्स बनाते वक्त यह देखना जरूरी होता है कि आपको किस तरह की बैकलिंक मिल रही है? यानि कि DoFollow Backlink मिल रही है या फिर NoFollow Backlink? दरअसल, इन दोनों में काफी अंतर होता है।

Do-Follow Backlinks आपकी Website को Value प्रदान करती हैं। ये Link Juice Pass करती हैं। साथ ही Google Bots को वेबसाइट पर विजिट करने की अनुमति देती हैं। इसीलिए SEO की दृष्टि से ये काफी फायदेमंद होती हैं। हालांकि DoFollow Backlink बनाना काफी मेहनत का काम है। लेकिन आपकी Website के पास जितनी ज्यादा Do-Follow Backlinks होंगी, Website को उतनी ही अधिक Value मिलेगी।

वहीं No-Follow Backlinks ऐसी लिंक्स होती हैं, जिन्हें Google Bots फॉलो नहीं करते। ये आपकी वेबसाइट को कोई Value नहीं देंती। लेकिन इससे वेबसाइट की रैंकिंग पर कोई फर्क नहीं पड़ता। आमतौर पर Web Spam और Do-Follow Backlinks को Maintain करने के लिए Nofollow Links बनाई जाती हैं।

Off-Page SEO कैसे करें?

अब बारी आती है Off Page Search Engine Optimization की। यानि कि Off-Page SEO Kaise Kare? और ऑफ-पेज एसईओ करते वक्त किन-किन बातों का ध्यान रखें? तो इसके लिए कई Off-Page SEO Elements हैं। लेकिन आप इन Off Page SEO Elements को किस तरह इस्तेमाल कर सकते हैं? और कौन-कौनसे Elements को अपनी Off-Page SEO Strategy में शामिल कर सकते हैं? इसके लिए यहाँ एक Off-Page SEO Checklist दी गई है। आप इस Off Page SEO Checklist का उपयोग अपनी वेबसाइट की रैंकिंग बढ़ाने के लिए कर सकते हैं :-

1. Social Media

अगर आप Social Media को सिर्फ मनोरंजन या टाईम-पास का साधन समझते हैं, तो आप गलत हैं। क्योंकि सोशल मीडिया सिर्फ टाईम पास का साधन नहीं है। बल्कि यह एक Multipurpose माध्यम है। जिसका उपयोग आप अलग-अलग कार्यों के लिए कर सकते है। जैसे कि Brand Awareness के लिए, ग्राहकों के साथ संवाद (Communication) करने के लिए, नये ग्राहक बनाने के लिए और Marketing (प्रचार) के लिए।

अगर Off Page SEO के लिहाज से देखें तो Social Media बहुत ही उपयोगी टूल है। इसकी मदद से आप अपनी वेबसाइट की Search Engine Ranking और Domain Authority बढ़ा सकते हैं। साथ ही अपनी वेबसाइट पर ट्रैफ़िक भेज सकते हैं। इससे Google को यह समझने में मदद मिलती है कि आप विविध स्रोतों से Traffic प्राप्त ले रहे हैं। और यह पूरी तरह Natural Traffic है।

हालांकि सोशल मीडिया से Traffic लेना इतना आसान नहीं होता। क्योंकि सोशल मीडिया पर लोग टाईम पास करने के लिए आते हैं। ऐसे में उन्हें किसी वेबसाइट पर लेकर जाना काफी मुश्किल होता है। लेकिन अगर आपके पास Fresh, Unique और High Quality Content है! तो आप ऐसा कर सकते हैं। इसके लिए आपको नियमित रूप से Content Share करना होगा।

सोशल मीडिया पर आपके जितने ज्यादा Connection होंगे! आपको उतने ही ज्यादा Shares, Backlinks और Clicks प्राप्त होंगे। जो डोमेन Authority बनाने में मदद करेंगे। इसके लिए आपको अलग-अलग Social मीडिया प्लेटफार्म्स पर Account बनाना होगा। और नियमित रूप से Content Post करना होगा। अच्छे Connection के लिए रोजाना Valuable पोस्ट शेयर कीजिए।

2. Guest Posting

गेस्ट पोस्टिंग या Guest Blogging, एक तीर से 2 शिकार करने जैसा है। क्योंकि इसके जरिए न सिर्फ आपको Do-Follow बैकलिंक मिलती है। बल्कि दूसरे Bloggers के साथ Relationship भी Build होती है। इसलिए Guest Posting को सबसे पॉपुलर Off-Page SEO Practices में गिना जाता है।

गेस्ट पोस्टिंग के लिए, आपको सबसे पहले उन Blogs और Websites को ढूँढना होता है, जो Guest Post स्वीकार करते हैं। आमतौर पर ये वेबसाइट्स आपको पोस्ट में एक लिंक एड करने की अनुमति देती हैं। जो आप पोस्ट के अंदर या Author Bio में एड कर सकते हैं। लेकिन सवाल यह है कि Guest Post ले कैसे? तो इसके लिए आप ये काम कर सकते हैं :-

  • इंटरनेट और Social Media पर आप उन Blogs और Websites को खोज सकते हैं! जो गेस्ट पोस्ट स्वीकार करते हैं। और उनसे संपर्क कर सकते हैं। 
  • उसके बाद आप उनको कुछ Unique टॉपिक्स का सुझाव दे सकते हैं, जो उनकी Website से रिलेटेड हों। और किसी एक टॉपिक पर पोस्ट लिखने के लिए कह सकते हैं।
  • जब टॉपिक सलेक्ट हो जाए, तो उस पर एक बढ़िया और विस्तृत आर्टिकल लिखकर सबमिट कर सकते हैं। और उसके साथ अपनी वेबसाइट का लिंक एड करके DoFollow Backlink ले सकते हैं।

3. Link Building

लिंक बिल्डिंग, डिजिटल प्रचार का सबसे पॉपुलर और सबसे प्रभावी तरीका है। लेकिन यह एक मुश्किल और समय लेने वाली प्रक्रिया है। खासकर .Edu और .Gov वेबसाइट्स से बैकलिंक लेना तो और भी ज्यादा मुश्किल है। लेकिन Link Building की यही सबसे खास बात है कि जिस Website से बैकलिंक लेना जितना ज्यादा कठिन होता है! उसकी Value उतनी ही ज्यादा होती है। जैसे कि सरकारी (Gov), शैक्षणिक (Edu), PR या किसी News वेबसाइट से लिंक लेते हैं! तो उसकी वैल्यू बहुत ज्यादा होती है।

हालांकि Link Building सबसे पॉपुलर Off Page SEO Strategy में से एक है। लेकिन यह काफी Risky है। क्योंकि कई बार आप ऐसी बैकलिंक्स बना लेते हैं, जो आपकी वेबसाइट के लिए घातक साबित होती हैं। इससे आपकी Website की Ranking गिर जाती है। और कई बार तो वेबसाइट Blacklist भी हो जाती है।

इसीलिए Link Building से पहले आपको यह जानना बहुत जरूरी है कि लिंक बिल्डिंग कैसे की जाती है? और इस दौरान किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? हालांकि Link Building कई प्रकार की होती हैं। लेकिन मूल रूप से पर इसके दो प्रकार (Types of Link Building) हैं। और ये निम्नलिखित हैं –

Natural Links

नेचुरल लिंक्स वे लिंक्स होती हैं, जो अपने आप बनती रहती हैं। यानि कि जब कोई User या Website आपके पेज को अपनी मर्जी से Mention करता है, तो आपको एक नेचुरल लिंक मिलती है। और यह तब होता है जब आपका कॉन्टेंट अच्छा होता है। यानि कि जब कोई वेबसाइट आपके किसी पेज को उपयोगी समझकर खुद Mention करती है। तो आपकी वेबसाइट को Natural Backlink मिलती है, जो सबसे ज्यादा फायदेमंद और Quality Link होती है।

Built Links

बिल्ट लिंक्स वे लिंक्स होती हैं, जिन्हें आप Intentionally Effort लगाकर बनाते या बनवाते हैं। जैसे कि Directory Submissions, Forum Submission, Guest Posting, Blog Commenting, Social Media Sharing आदि। यह बहुत ही मेहनत का काम होता है। और इसमें काफी सारा समय खर्च होता है। इसीलिए कुछ लोग अलग-अलग Tools और Websites की मदद से Bulk में Link Submit करते हैं!

यह बहुत ही Bad SEO Practice मानी जाती है। क्योंकि इसके जरिए आपकी वेबसाइट को एक साथ हजारों Bad Links मिलती हैं, जो बहुत ही नुकसानदेह होती हैं। असल में, जब आप एक क्लिक में 1,000 या 10,000 बैकलिंक्स लेते हैं! तो आपको कोई आइडिया नहीं होता कि आपकी वेबसाइट, कहाँ-कहाँ और किस-किस वेबसाइट से लिंक हो रही है? आमतौर पर इस तरह की वेबसाइट्स में से ज्यादातर वेबसाइट्स घटिया और निम्न क्वालिटी की होती हैं! जो Value प्रदान करने की बजाय उल्टा Spam का दोषी बनाती हैं।

इसीलिए बैकलिंक्स बनाते वक्त White Hat SEO रणनीतियों का उपयोग करना बहुत जरूरी है। अगर आप किसी Forum या Blog Comment से बैकलिंक लेते हैं! और वह Irrelevant है! तो Google आपकी Website को दंडित कर सकता है। क्योंकि इस तरह लिंक्स Spam की कैटेगरी में आती हैं। इसीलिए एक-एक लिंक सावधानीपूर्वक बनाऐं।

4. Profile Backlinks

जब आप किसी वेबसाइट या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपना अकाउंट बनाते हैं। तो आपको प्रोफाइल सेक्शन में एक Link Add करने की अनुमति दी जाती है। इसे Profile Backlink कहा जाता है। इसके लिए आप Facebook, Twitter, Instagram, Pinterest आदि पर अपना अकाउंट बना सकते हैं। और अपनी Website के लिए Profile Backlinks बना सकते हैं।

5. Social Bookmarking

सोशल बुकमार्किंग, एक वेब पेज को ऑनलाइन स्टोर करने की एक प्रक्रिया है। इसकी मदद से आप किसी भी वेब पेज को Online Save कर सकते हैं। और उसे जब चाहें, Access कर सकते हैं। ठीक वैसे ही, जैसे Browser में Saved Bookmarks को करते हैं। इस तरह की Backlinks काफी Relevant होती हैं। और इनसे आपकी Website को अच्छा Traffic मिलता है।

6. Local SEO

लोकल एसईओ एक बिजनेस के लिए बहुत फायदेमंद होता है। क्योंकि इसकी मदद से एक बिजनेस अथवा वेबसाइट को Local Search Results में प्रमखता से दिखाया जा सकता है। और अच्छा-खासा Traffic लिया जा सकता है। साथ ही नये ग्राहक बनाये जा सकते हैं।

Local SEO एक बिजनेस अथवा वेबसाइट को स्थानीय खोज परिणामों के लिए Optimize करने की एक प्रक्रिया है। यह उन व्यवसायों द्वारा उपयोग की जाती है! जो अपने आस-पास के क्षेत्रों में सेवाएं देते हैं। जैसे होटल, रेस्टोरेंट, हेयर सैलून, एयर कंडीशनिंग कंपनियां, सुपरमार्केट इत्यादि।

असल में, Local SEO आपकी Online Presence को बढ़ाता है। जिससे स्थानीय लोग आपको आसानी से खोज सकते हैं। यानि कि जब आप अपने Business का Local SEO करते हैं! तो आस-पास के लोग उसे Online Search करके आप तक पहुँच जाते हैं। और इससे आपके व्यवसाय को काफी फायदा होता है। Local SEO करने के लिए आप निम्न स्टेप्स को Follow कर सकते हैं :-

  • अपने व्यवसाय को स्थानीय और राष्ट्रीय व्यापार निर्देशिकाओं में जोड़ें। इसके लिए Google My Business (Google Maps) एक पॉपुलर टूल है। यहाँ आप अपने व्यवसाय को लिस्ट कर सकते हैं, और उसको Locally Rank करा सकते हैं। 
  • अपने व्यवसाय को Business Listing और Business Directories में जोड़ें। जैसे कि Trustpilot, Just dial, Yelp, Sulekha, Tradeindia आदि।
  • अपने ग्राहकों को Review तथा Rating के लिए प्रोत्साहित करें।
  • सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध रहें। और अपने ग्राहकों के साथ हमेशा संपर्क बनाए रखें। 

Off-Page SEO Tools

आज के दिन मार्केट में सैंकड़ों Off-Page SEO Tools हैं। लेकिन आपको ऐसे टूल की जरुरत है, जो इस्तेमाल करने में आसान हो। और जिसमें सभी विशेषताऐं मौजूद हों। जैसे कि Backlink Checker. हालांकि करीब-करीब SEO Tool में बैकलिंक चैकर होता है। लेकिन यह देखना जरूरी है कि वह आपके रेफ़रिंग डोमेन, एंकर टेक्स्ट, उनके लिंकिंग प्राधिकरण और अन्य विवरण दिखाता है या नहीं। 

उदाहरण के लिए, SEMrush के पास एक ऐसा Backlink Analytics Tool है! जो आपको अपने Competitors की Backlink Profile को Analyze करने और अपनी वेबसाइट में सुधार करने की अनुमति देता है। साथ ही Ahrefs का Backlink Checker भी एक उपयोगी टूल है.

इसी तरह एक Business के लिए Brand Monitoring फीचर बहुत जरूरी है। इसके लिए Hubspot का सोशल मीडिया मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर एक काफी अच्छा टूल है। यह आपको ब्रांड उल्लेखों के साथ-साथ अपने प्रतिस्पर्धियों को Track करने की अनुमति देता है।

एसईओ टूल का चयन करते वक्त ऐसे SEO टूल की तलाश करें! जो अच्छे Guest Blogging Website की पहचान करने में सक्षम हो। जैसे कि Moz का MozBar Extension आपको किसी भी वेबपेज के बारे में बता देता है कि उसका Score, DA (Domain Authority), PA (Page Authority और अन्य Metrics क्या है? इससे आपको अच्छी Guest Blogging Website को ढूंढने में मदद मिलती है।

Off Page SEO : FAQs

Q1. Off-Page SEO क्या है?

A : ऑफ-पेज एसईओ उन SEO Practices का समूह है, जो एक वेबसाइट की सर्च इंजन रैकिंग और अथॉरिटी बढ़ाने के लिए दूसरी वेबसाइट्स पर Perform की जाती हैं। यानि कि इसमें, वेबसाइट के बाहर की जाने वाली गतिविधियां शामिल हैं। सामान्य Off-Site SEO रणनीतियों में लिंक बिल्डिंग, कंटेंट मार्केटिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग, गेस्ट पोस्ट, पॉडकास्टिंग और वीडियो मार्केटिंग शामिल हैं।

Q2. Off-Page SEO क्यों महत्वपूर्ण है?

A : Off Page SEO वेबसाइट की पहचान और Domain Authority (DA) बनाने में मदद करता है। अगर आपके पास पहले से ही अधिक महत्वपूर्ण Link है उनके मुकाबले आपकी साइट लगातार अन्य वेबसाइटों से नीचे रैंक करेगी।  जबकि लिंक केवल Off-Page संकेत नहीं हैं बल्कि यह Google को Reference देता है की आपकी website कितनी उपयोगी और महत्वपूर्ण है। 

Q3. Off-Page SEO में Link Building कैसे काम करती है?

A : Link Building एक Off-Page SEO Technique है, जो वेबसाइट की सर्च इंजन रैंकिंग और अथॉरिटी बढ़ाने में मदद करती है। इससे Search Engine Algorithms एक Webpage की Relevancey निर्धारित करते हैं। जब किसी वेबपेज को बहुत सारी वेबसाइट्स Link करती हैं तो Google समझ जाता है कि वह वेबपेज यूजर्स के लिए बहुत ही उपयोगी है। 

Q4. Off Page SEO कैसे करें?

A : Off Page SEO के लिए आप निम्नलिखित SEO Techniques को फॉलो कर सकते हैं :-

  • Brand Mentions.
  • Commenting.
  • Forums.
  • Influencer Outreach.
  • Guest Author.
  • Broken Link Building.
  • Social Networking.
  • Social Bookmarking.

Q5. Local SEO क्या होता है?

A : Local SEO एक Search Engine Optimization रणनीति है! जो एक व्यवसाय को स्थानीय खोज परिणामों में दिखाने के लिए इस्तेमाल की जाती है। यह एक व्यवसाय के लिए काफी लाभदायक होती है।

Off-Page SEO : Summary

कुल मिलाकर Off-Page SEO सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जो एक वेबसाइट की SERP Ranking तथा Authority Build करने में मदद करता है। साथ ही दूसरी वेबसाइट्स के साथ अच्छे Relations और Trust Build करने बनाने में मदद करता है।

आपको बता दें कि Google हमेशा अपने Algorithm में बदलाव करता रहता है। इसीलिए यह जरूरी नहीं है कि आज आपकी साइट जिस पोजीशन पर Rank कर रही है, अपडेट से बाद भी उसी पोजीशन पर रैंक करें। इसीलिए यह जरूरी है कि आप लगातार अपनी Off-Page Strategy में बदलाव करते रहें। और अपनी साइट के Off Site SEO को अपडेट करते रहें।

हालांकि Off-Page SEO यहीं खत्म नहीं होता। इसमें और भी बहुत-सारे तरीके हैं, जिनके माध्यम से आप बेहतर लिंक बिल्डिंग कर सकते हैं। इसके लिए आप SeviLink से जुड़े रहिए। क्योंकि आगे और भी बेहतरीन Off Page SEO Tips एवं Tricks सीखने को मिलेंगी। 

उम्मीद है इस आर्टिकल के जरिए आपको “Off-Page SEO Kya Hai?” और यह कैसे काम करता है? इसके बारे में उपयोगी जानकारी मिली होगी। अगर यह आर्टिकल आपको पसंद आया तो इसे लाइक और शेयर कीजिए। और ऐसे ही और आर्टिकल्स के लिए सेवीलिंक को सब्सक्राइब कर लीजिए। ताकि जब भी हम नया आर्टिकल पब्लिश करें, आपको नोटीफिकेशन मिल जाए।

Follow Aman Shanti News @ Google News

ताजा समाचार

GDA Nursing Course in Hindi | जीडीए कोर्स की संपूर्ण जानकारी
Etah News: जवाहर तापीय परियोजना में चार हजार मजदूर हड़ताल पर, पावर प्लांट के दोनों गेट पर जड़े ताले, पुलिस से झड़प
Etah News: बड़ा घर और उसमें थार...सपना पूरा करने जयपुर पहुंच गईं कक्षा सात की तीन छात्राएं, युवक ने दिखाई सूझबूझ
UP News: एटा में पराली जलाने पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई, महिला किसान पर लगाया 5000 रुपये का जुर्माना
Etah News: सपा नेता रामेश्वर और जुगेंद्र सहित चार पर दुष्कर्म का मुकदमा, पीड़िता ने 9 साल बाद दर्ज कराई शिकायत
eta local news : एटा में दरगाह के निकट जमीन को लेकर बवाल, एक मैक्स और आधा दर्जन बाइकों में तोड़फोड़, पुलिस ने खदेड़े बवाली
eta local news : योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, इस ज‍िले में 24 बाबू क‍िए जाएंगे बर्खास्त; जानें क्‍यों?