Amethi News: दान की भूमि में बने स्कूल को 14 साल से रास्ते का इंतजार, नरायनपुर अग्रेसर में बना है उच्च प्राथमिक विद्यालय
इन्होंने स्कूल को दान की थी भूमि
रास्ते में ये बने हैं बाधक
स्कूल भवन के चारों तरफ काशीराम कोरी, पृथ्वी पाल वर्मा, अग्रेसर की खाते की जमीन है, जिसमें धान की फसल है। उनके बगल संतोष सिंह सोनारी की बाग है। इन लोगों की जमीन से स्कूल घिरा है। तीन वर्ष पहले इस स्कूल में ममता सिंह की नियुक्ति प्रधानाध्यापक पद पर हुई। उनकी तैनाती के बाद यह विद्यालय आज पढ़ाई, अनुशासन, भौतिक वातावरण और संसाधन की बदौलत ब्लाक ही नहीं जिले में अपनी अलग पहचान बना चुका है।
गड्ढे से होती है स्कूल के रास्ते की पहचानविद्यालय जाने वाले मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे बने हैं। उसमें गंदा पानी भरा रह्ता। कई बार छात्र-छात्राएं स्कूल आने जाने के दौरान कीचड़ में फिसल कर गिर चुके हैं। अब रास्ता न होने से अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने में अब कतराने लगे हैं। शिकायत के बाद भी अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस समस्याओं की तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं।
स्कूल बनने के लिए पांच लाख रुपये आवंटित हुए थे। उसी के बगल बने आंगनबाड़ी केंद्र दो लाख 25 हजार से बनकर तैयार हुआ हैं। प्रधानाध्यापक ममता सिंह ने बताया कि विद्यालय में उनकी ही तैनाती है। सड़क न होने व शिक्षकों की कमी से दिक्कत होती है। बीइओ शिवकुमार यादव ने बताया कि सड़क निर्माण के लिए शासन से पत्राचार किया गया हैं।
रास्ता बनवाने की होगी पहल
उप जिलाधिकारी अमेठी आशीष सिंह ने कहा कि स्कूल का रास्ता बनवाने की जल्द ही पहल की जाएगी। विद्यालय में और भी विकास कार्य कराए जाएंगे।