UP News: नजीबाबाद में ट्रेन से टकराकर हाथी की मौत, मचा हड़कंप; मौके पर जुटी भीड़
इमारत को 22 दिसंबर, 1920 को प्राचीन स्मारकों के संरक्षण अधिनियम, 1904 की धारा 3, उपधारा (3) के तहत अधिसूचित किया गया था, इसलिए श्री हरिहर मंदिर दायर वाद में दावा किया गया है कि संभल का पुराना शहर महिष्मत नदी के किनारे रुहेलखंड के केंद्र में स्थित है। सतयुग में इसे 'सब्रित' या 'सब्रत' और 'सम्बलेश्वर' के नाम से जाना जाता था। त्रेतायुग में इसे महदगिरी, द्वापर में पगला और कलियुग में इसे संभल के नाम से जाना जाता है।संस्कृत में इसे 'संभल-ग्राम' कहा जाता है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, प्राचीन काल में भगवान विष्णु और भगवान शिव का एक अद्वितीय 'विग्रह' प्रकट हुआ था और इसी कारण इसे 'श्री हरिहर' मंदिर कहा जाता है।
वन कौड़िया क्षेत्राधिकारी सचिन शर्मा सूचना मिलने पर घटनास्थल पर टीम के साथ पहुंचे और डीएफओ को हादसे की जानकारी दी। डीएफओ वंदना फोगाट ने भी मौके पर पहुंचकर मुआयना किया। रेंजर सचिन शर्मा ने बताया कि ट्रेन से टकराकर कौड़िया रेंज के अंतर्गत हाथी की मौत हुई है।
स्क्रैप व्यापारी और चालक की हिंडन नदी में ट्रक गिरने से मौत
नवाबपुरा के स्क्रैप व्यापारी सुनील और ठाकुरद्वारा के ट्रक चालक की मुजफ्फरपुर के बुढ़ाना में हिंडन नदी में ट्रक गिरने से मौत हो गई। जबकि जावेद और अजय का प्राइवेट अस्पताल में उपचार हो रहा है। यह हादसा मंगलवार की रात करीब तीन बजे का बताया जा रहा है। लुधियाना से ट्रक ईंट भट्ठे में इस्तेमाल होने वाली मिट्टी लेकर जा रहा था। ट्रक हिंडन के पुल पर रेलिंग तोड़ता हुआ नदी में गिरा था।
पुलिस ने क्रेन से ट्रक को बाहर निकाला। हादसे की खबर के बाद नवाबपुरा और ठाकुरद्वारा में खलबली मच गई। हादसे की जानकारी के बाद स्वजन बुढ़ाना पहुंचे और पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर बुधवार की देर शाम तक मुरादाबाद पहुंचे।
नागफनी क्षेत्र के नवाबपुरा छड़ियों के मैदान के रहने वाले सुनील पुत्र हेमराज स्क्रैप लाकर उसे भट्ठी में गलाने का काम करते हैं। इस सिलसिले में लुधियाना पंजाब समेत अन्य जनपदों में आना-जाना होता था।
वह चंडीगढ़ पंजाब से माल लेकर वापस आ रहे थे। उनके साथ नवाबपुरा के अजय, ठाकुरद्वारा के जावेद और ट्रक चालक छोटेलाल के साथ वापस आ रहे थे। मंगलवार की रात करीब तीन बजे मुजफ्फरनगर बुढ़ाना के हिंडन पुल की रेलिंग तोड़ता हुआ ट्रक गिर गया।
इसमें नील और छोटेलाल गंभीर घायल हो गए। पुलिस ने क्रेन से ट्रक निकालकर घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा। जहां चिकित्सकों ने नील और छोटे लाल को मृत घोषित कर दिया। वहीं जावेद और अजय का उपचार शुरू कर दिया। हादसे की खबर से नील और छोटेलाल के परिवार में खलबली मच गई। दोनों के स्वजन बुढ़ाना पहुंचे।
पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने दोनों के स्वजन को शव सौंप दिए। बुधवार की देरशाम शव लेकर स्वजन पहुंचे तो नवाबपुरा और ठाकुरद्वारा में भीड़ लग गई। नील तीन भाईयों में सबसे बड़े थे। छोटे भाई मनोज और दिनेश समेत परिवार के अन्य स्वजन का रो-रोकर बुराहाल है। छड़ियों के मैदान में नील को देखने वालों की भीड़ लग गई थी।