हरचंदपुर ब्लाक के खुचमा टीकाकरण सत्र से शुरू हुयी पहल गर्भवती की सभी बुनियादी जांचे अब टीकाकरण सत्र स्थल पर ही

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रायबरेली ! शून्य से पांच साल तक के सभी बच्चों का नियमित टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने पहल की है जिसके तहत उन्होंने निर्देश दिए कि टीकाकरण सत्र स्थलों पर स्वास्थ्य जाँच एवं अन्य लॉजिस्टिक की उपलब्धता के लिए ग्राम्य स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति(वीएचएसएनसी) के खाते की राशि का उपयोग किया जाये, जिससे कि टीकाकरण सत्र पर ही अन्य स्वास्थ्य सेवाएं भी मुहैया करायी जा सकें। पायलट के तौर पर यह पहल हरचंदपुर ब्लाक के खुचमा टीकाकरण सत्र से मंगलवार को शुरू दी गयी है।
 
इस मौके पर नवनियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नवीन चंद्रा ने बताया कि गत सप्ताह जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय ने नियमित टीकाकरण के संदर्भ में स्वास्थ्य विभाग, पंचायत राज अधिकारी,विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं यूनिसेफ के प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा की थी। समीक्षा में यह निष्कर्ष निकल कर सामने आया कि नियमित टीकाकरण में वृद्धि के लिए टीकाकरण सत्र स्थलों पर अन्य स्वास्थ्य सेवाओं सम्बन्धी लॉजिस्टिक उपलब्ध कराया जाय। लॉजिस्टिक में कुर्सियां, दरी, गर्भवती और बच्चों के लिए अलग-अलग वजन मशीन, पर्दे , गर्भवती की विभिन्न जांचों एवं दवाओं की किट सहित अन्य सामग्री भी उपलब्ध रहे। जिससे कि सत्र पर आने वालों को टीकाकरण के साथ ही अन्य स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध रहें और उन्हें किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े। इसी क्रम में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिन सत्रों पर लॉजिस्टिक की कमी है वहां पर वीएचएसएनसी के खातों से इन सामग्रियों की खरीद जिला पंचायत राज अधिकारी के सहयोग से की जाये। इस खाते के खाता धारक ग्राम प्रधान और आशा कार्यकर्ता संयुक्त रूप से होते हैं। यह सभी सामग्रियां खुचमाँ टीकाकरण सत्र पर उपलब्ध करा दी गयी हैं।
 
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जनपद के सभी टीकाकरण सत्र स्थलों पर आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही हैं जिससे कि गर्भवती एवं बच्चों को अच्छे माहौल में सभी टीके लगेंगे साथ ही गर्भवती महिलाओं की पेट ,पेशाब ,शुगर एवं अन्य जांचों के लिए इधर उधर भटकना नहीँ पड़ेगा।
 
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